रामपुर और आजमगढ़ का लोकसभा उपचुनाव नहीं लडे़गी कांग्रेस, जानिए इसके पीछे क्या है वजह
उत्तर प्रदेश सियासत का गढ़ कहा जाता है और हाल के दिनों में यूपी के रामपुर (Rampur) और आजमगढ़ (Azamgarh) में लोकसभा (Lok Sabha) उपचुनाव होने को है. ऐसे में इन दोनों सीटों पर उपचुनाव को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. हालांकि बसपा (BSP) ने पहले ही रामपुर से चुनाव नहीं लड़ने का एलान किया था. जबकि आजमगढ़ सीट पर पार्टी ने पहले ही उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दी है. वहीं अब कांग्रेस (Congress) ने इन दोनों ही सीटों पर चुनाव को लेकर एक बड़ा फैसला किया है.
क्या हुआ फैसला?
आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव होने को है. इन दोनों सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर कांग्रेस ने कोई उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया है. कांग्रेस का प्रदेश में संगठन नहीं होने की वजह से इन दोनों सीटों पर उपचुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया गया है. हालांकि यूपी विधानसभा चुनाव से पहले भी राज्य में हुए उपचुनाव पार्टी ने नहीं लड़ने का फैसला किया था. माना जा रहा है कि प्रदेश में कोई संगठन अभी पार्टी का नहीं है. प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू पहले ही इस्तीफा दे चुके हैं. ऐसे में अभी पार्टी संगठन राज्य में नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा का इंतजार कर रहा है.
पार्टी ने रखा ये लक्ष्य
दूसरी तरफ बताया जा रहा है कि कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी भी पूरी तरह से यूपी में अभी सक्रिय नहीं हो पाई हैं. उनका प्रयास है कि पहले राज्य में पार्टी संगठन को मजबूत किया जाए. उसके बाद 2024 के लोकसभा चुनाव का लक्ष्य रखा जाए. बता दें कि राज्य में बसपा रामपुर लोकसभा सीट पर उपचुनाव नहीं लड़ रही है. जबकि पार्टी ने पहले ही आजमगढ़ के लिए शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है.
23 जून को होगा उपचुनाव
बता दें कि इन दोनों सीटों पर उपचुनाव 23 जून को है. वहीं 26 जून को वोटों की गिनती होगी. बता दें 2019 लोकसभा चुनाव में आजमगढ़ से अखिलेश यादव और रामपुर सीट पर आजम खान ने चुनाव जीता था. दोनों नेताओं के विधानसभा चुनाव जीतने के बाद सीटें खाली हुई हैं. हाल ही में हुए 2022 विधानसभा चुनाव में आजम खान ने सीतापुर जेल में रहते हुए समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़कर रामपुर सदर विधानसभा सीट से जीत दर्ज की थी, वहीं सपा अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव मैनपुरी की करहरल विधानसभा सीट पर रिकार्ड मतों से जीत दर्ज कर पहली बार विधानसभा पहुंचे हैं.